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पूर्वजों के लिए सच्ची श्रद्धांजली ज्ञान-दान है : उमानंद शर्मा


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Lucknow:रिपोर्ट : अमित पाण्डेय, रीडर टाइम्स लखनऊ : गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘जी.सी.आर.जी. कालेज ऑफ फार्मेसी, चन्द्रिका देवी रोड बी.के.टी. लखनऊ के केन्द्रीय पुस्तकालय’ में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 78 खण्डों का वांड़मय साहित्य की स्थापित किया गया। उपरोक्त यह वाङ्मय साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकर्त्री श्रीमती प्रेमादेवी श्रीवास्तव ने अपने प्रिय जीवनसाथी स्व0 अयोध्या प्रसाद श्रीवास्तव जी की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय को भेंट किया। डॉ0 नरेन्द्र देव ने सभी छात्र-छात्राओं को पाकेट बुक भेंट किया इसके साथ ही साथ गायत्री ज्ञान मंदिर एवं वाङ्मय स्थापना के मुख्य संयोजक श्री उमानंद शर्मा ने सभी संकाय सदस्यों को एक-एक अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की। इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा वाङ्मय साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्वजों के लिए सच्ची श्रृद्धांजली, ज्ञान दान है। डॉ0 नरेन्द्र देव ने छात्र-छात्राओं को निरोगी जीवन जीने के ऋषि सूत्र दिये। संस्थान के डॉ. प्रत्यूष श्रीवास्तव निदेशक प्लेसमेन्ट ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया। इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा, श्रीमती मीरा मिश्रा, डॉ0 नरेन्द्र देव, संस्थान के डॉ. प्रत्यूष श्रीवास्तव निदेशक प्लेसमेन्ट, सुश्री प्रियांशी शुक्ला एवं संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थे।